जय माँ तापी

आदि गंगा सूर्यपुत्री माँ तापी देवस्थान

माता तापी नवरात्रि महा पर्व – Tapi Navratra

आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा माता तापी नवरात्रि महा पर्व की सभी को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं ……

सूर्य पुत्री शनियम भगिनी कूरु जननी मां तापी तापी जन्मोत्सव 16 जुलाई 2021 दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा | आषाढ नवरात्रि 11 जुलाई से प्रारंभ होगी । तापी मंदीर मे नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होगा कलश स्थापन माता के महा अभिषेक पूजन के साथ तथा तापी महात्यम महापुराण का वाचन प्रारंभ होगा ….

प्रतिदिन माता जी का नवीन श्रृंगार होगा… माता तापी सब पर कृपा बरसाए रखे जय मां तापी|

आषाढ़ मास में तापी तट पर दीपदान, स्नान विशेष फलदाई है इस अवसर पर किए गए तापी स्मरण मात्र से ही सभी कार्य सिद्ध होते हैं

मां ताप्ती की विशेष कृपा आषाढ़ मास में में भक्तों पर बरसती है |

सभी तापी भक्त इस मा तापी के परम पावन जन्मोत्सव मास मे तापी आराधना कर स्तुति कर माता का आशीर्वाद प्राप्त करें एवं सभी मनोकामना से परिपूर्ण हो जय माता दी जय माता दी|

जय देवी जय देवी जय माये रवितनये
विंध्याचल संभूते आरती करू विनये।।धृ.।।

गरुडासन द्रुममूळी तू उद्भवलीसी ,
पश्चिम जलनिधी गामिनी स्वयंभू झालीसी ।

सरीतारूपे धरणीवरी अवतरलीसी ,
शुक्लपक्ष सप्तमी आषाढमासी ।।१।।


जय देवी ……..

तव जल कासारी श्वेतोत्पल शोभा ,
करिती गुंजारव मधुकर अतिआभा।
जलचर स्थलचर सेविती निर्मळ तव अंभा।
नित्यानुष्ठाने दूर करी भव दंभा।।२।।

जय देवी …….

तापी तापी तापी सद्भावे स्मरता,
त्रै तापी तो प्राणी पावे शीतलता ।
तुझा अगाध महिमा न जाये वदिता,
म्हणुनी ‘बल्लाळात्मज’ शरणांगत आता।।३।।

जय देवी जय देवी जय माये रवितनये
विंध्याचल संभूते आरती करू विनये।।धृ.।।